September 19, 2024

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मगध कैंसर सेंटर, पटना में वेंकटेश्वर हॉस्पिटल, द्वारा रक्त कैंसर निदान ओपीडी की शुरुआत

Ben News 24 Live

   * अब रक्त कैंसर निदान हेतु वनकटेश्वर हॉस्पिटल, एवं मगध कैंसर सेंटर पटना में अनुबंध

   * वेंकटेश्वर हॉस्पिटल से डॉ. संजीव शर्मा प्रतयेक माह के दूसरे बुधवार को ओपीडी करेंगे मगध कैंसर सेंटर, पटना में 

पटना, 13 सितंबर 2022: बिहार के निवासियों के लिए एक राहत भरी खबर है. अब रक्त कैंसर सम्बन्धी बिमारियों के लिए पटना एवं आस पास के ज़िलों के मरीज़ों को परमामार्श की सुविधा सुप्रसिद्ध मगध कैंसर सेंटर पटना में उपलब्ध होगी. यह जानकारी मगध कैंसर सेंटर पटना और वेंकटेश्वर हॉस्पिटल, नई दिल्ली के प्रतिनिधियों ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता में दी. इस प्रेस वार्ता में मगध कैंसर सेंटर से डॉ. रिदु कुमार शर्मा ने बताया कि नई दिल्ली के प्रसिद्ध वनकटेश्वर हॉस्पिटल के वरिष्ठ कैंसर विषेशज्ञ डॉ संजीव शर्मा प्रत्येक माह के दूसरे बुधवार को प्रातः 11 से दोपहर 2 बाजे तक ओपीडी में रक्त कैंसर के मरीज़ों को परामर्श देंगे।

डॉ. संजीव शर्मा ने इस प्रेस वार्ता में बताया कि “ब्लड कैंसर के रोगियों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है. पटना एवं बिहार से हमारे पास रक्त संभंधित बिमारियों के मरीज काफी संख्या में आते हैं, इसलिए हमने मरीज़ों के सुविधा हेतु मगध कैंसर सेंटर के साथ यह व्च्क् प्रारम्भ की है। रक्त की घातक बीमारियों में रक्त कैंसर शामिल है।

रक्त कैंसर की तीन मुख्य श्रेणियों में ल्यूकेमिया लिंफोमा और मायलोमा शामिल हैं। ल्यूकेमिया तीव्र हो सकता है जो तुरंत इलाज नहीं होने पर घातक होते हैं, और ल्यूकेमिया जो धीरे-धीरे प्रगति करते हैं और आमतौर पर तुरंत घातक नहीं होते हैं। रिलेप्स्ड या उच्च जोखिम वाले ल्यूकेमिया को इलाज के लिए बोन मैरो प्रत्यारोपण की आवश्यकता होती है।

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लिंफोमा या तो हॉजकिन या गैर-हॉजकिन लिंफोमा हैं और उनका इलाज कीमोथेरेपी से किया जाता है। ल्यूकेमिया और लिम्फोमा आमतौर पर कमजोरी, सांस फूलना, बुखार, रक्तस्राव प्रवृत्तियों और लिम्फ नोड्स, तिल्ली और जिगर की वृद्धि के साथ होते हैं। बोन मैरो और लिम्फ नोड बायोप्सी इन कैंसर की जांच के लिए किया जाता है। मायलोमा हड्डियों में दर्द और गुर्दे की विफलता के साथ प्रस्तुत करता है और कीमोथेरेपी की जरूरत होती है और फिर अग्रिम अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण की जरूरत होती है। पूर्ण रक्त गणना (सीबीसी, ) या हीमोग्राम रक्त रोग की पहचान करने के लिए किया गया सबसे आम प्रारंभिक रक्त परीक्षण होता है। यदि आप रक्त रोगों के बारे में जानते हैं और समय पर निदान और उपचार प्राप्त करते हैं, तो आप अपनी बीमारी से ठीक हो सकते हैं।

डॉ. रिदु कुमार शर्मा ने बताया की ये ओपीडी समस्त बिहार वासियों के लिए लाभदायक होगी क्यूंकि अब ब्लड कैंसर विशेषज्ञ के परामर्श की सुविधा मगध कैंसर सेंटर पटना में ही उपलब्ध होगी और अगर कोई रोगी को बोन मेरो ट्रांसप्लांट के लिए दिल्ली जाना पड़ता है तो बीएमटी पश्चात् फ़ॉलोअप ओपीडी की सुविधा भी मगध कैंसर सेंटर पटना में ही मिल जाएगी मैं आशा करता हूँ की इस टाई अप से ब्लड कैंसर के मरीज़ो को एक बेहतर सुविधा उपलब्ध होगा और मरीज़ो को बीएमटी के लिए सही जानकारी सही समय पे मिलेगी जिससे कि बीमारी का निदान सही समय पे होगा।

वेंकटेश्वर हॉस्पिटल, एक 425 बेडेड मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल है जिसमें अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से, समर्पित मेडिकल प्रैक्टिशनर्स चिकित्सा व देखभाल देने के लिए एक छत के नीचे उपलब्ध हैं। सबसे आधुनिक उपकरणों और सूचना प्रौद्योगिकी से लैस, हमारे चिकित्सक हमारे रोगियों को सर्वाेत्तम संभव उपचार प्रदान करने के लिए एक टीम के रूप में काम करते हैं। 34 विशिष्टताओं में हमारी प्रवीणता के साथ, हम 155 क्रिटिकल केयर बेड और 10 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर के आधार पर सर्वात्तम बुनियादी ढांचे और चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान करते हैं।