November 22, 2024

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पांच एएसआई का नवादा के पुलिस अधीक्षक ने हाजत मे दो घंटे बंद कर दी सजा

Ben News 24 Live


नवादा जिला के नगर थाना में नवादा के पुलिस अधीक्षक गौरव मंगला के द्धारा पिछले आठ सितम्बर की रात्रि करीबन दस बजे कांडो की समीक्षा उपरांत पांच पुलिसकर्मियों में एसआई शत्रुध्धन प्रसाद, एएसआई, , रापरेखा सिंह, एएसआई संतोष पासवान, एएसआई संजय सिंह तथा रामेश्वर उरांव को थाना हाजत लगभग दो घंटे बंद कर दिया गया।

इसकी सूचना बिहार पुलिस एसोसिएशन शाखा नवादा के द्धारा फोन से केन्द्रीय एसोसिएशन को घटना की जानकारी दी गई। यह घटना पुलिस वाट्सप् गु्रप में भी चर्चा एवं सुखिर्याें में है। इस घटना से बिहार के तमाम पुलिस भी मर्माहत एंव आक्रोशित है। इस तरह की घटना अंग्रेजी शासनकाल की याद दिला दी है। हमने इस घटना के संबध में जानकारी के पुलिस अधीक्षक को फोन लगाया गया लेकिन फोन नहीं उठाया। सरकार के द्धारा पूर्व में आदेश निर्गत है कि वरिय अधिकारी अपने कनिय कर्मियों के साथ बेहतर व्यवहार करेगें।

वरिय पदाधिकारियों के आदेश के मार्गदर्शन में राज्य मे कानून का राज्य स्थापित के साथ विधि व्यवस्था और समाज मे शांति बनाये रखने में फिल्ड के कनिय अधिकारियों जवानो की भुमिका बहुत महत्वपूर्ण है जिले के एसपी ही नियम के विरूद्ध कनिय पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई करेगें और इन्हें अपमानित भी किया जायेगा तो पुलिस का मनोबल गिरना तय है। ऐसे मे चाह कर भी अपने कर्तव्य को मजबुती से निभापाना संभव नहीं है सरकार के आदेशो को नवादा एसपी के द्धारा उलग्न करते हुए अपने कनिय पदाधिकारियों को थाना हाजत में बंद करना कानुन एवं सरकार के आदेशों का उल्ल्खंन है पुलिस कर्मियों के दंडित करने के लिए पुलिस हस्तकनियम में सजा का प्रावधान है। पुलिस अधिक्षक नवादा के द्धारा नगर थाना के पीडित पुलिस पदाधिकारियो ंपर मामले को दबाने का दबाब बनाया जा रहा है। भारत के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के तहत सभी थानो मे सीसीटीवी कैमरे के फुटैज मे छेडछाड भी कराया जा सकता है। बिहार पुलिस एसोसिएशन सरकार एव पुलिस मुख्यालय से मांग करती है कि पुरी मामले की न्यायिक जांच काराई जाय। थाने में लगे फुटैज की विधिवत जांच कराकर सत्य को सामने लाया जाय सांक्ष्य मिलने पर पुलिस अधीक्षक महोदय पर आईपीसी धारा के तहत प्राथमिक दर्ज कराकर उचित कानुनी कार्रवाई की जाय। इस तरह की घटना पुलिस इहितहास मे बिहार मे पहली घटना होगी। इस घटना में बिहार पुलिस की छवि जनमानस के लिए काफी धुलमिल हुई है। इस बात की जानकारी बिहार पुलि वस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष ने एक प्रेस रिलिज कर पत्रकारों को जानकारी दी है।