नवादा से रणजीत कुमार की रिपोर्ट।
आखिर क्यों मनाते हैं अनंत चतुर्दशी।
नवादा हिंदू धर्म में महत्व इस दिन अनंत भगवान की पूजा करके संकटों से रक्षा करने वाला अनंत सूत्र बांधा जाता है, कहा जाता है कि जब पांडव नृत्य क्रीड़ा में अपना सारा राजपाट हारकर वन में कष्ट भोग रहे थे तब भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें अनंत चतुर्दशी का व्रत रखने की सलाह दी थी। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी कहा जाता है। इसी चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश की विदाई की जाती है साथ ही इसी दिन अनंत चतुर्दशी का व्रत भी रखा जाता है और इस दिन अनंत भगवान की पूजा की जाती है, ऐसी मान्यता है
कि अनंत भगवान की पूजा करने और व्रत रखने से हमारे सभी कष्ट दूर होते हैं इसीलिए संकटों से सब की रक्षा करने वाला अनंत सूत्र बांधा जाता है इससे सभी कष्टों का निवारण होता है, कहा जाता है कि जब पांडव जुए में अपना सारा राजपाट हारकर वन में कष्ट भोग रहे थे तब भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें अनंत चतुर्दशी का व्रत करने की सलाह दी थी धर्मराज युधिष्ठिर ने अपने भाइयों तथा द्रोपदी के साथ पूरे विधि विधान से यह बर्थ किया और अनंत सूत्र धारण किया इस व्रत का इतना प्रभाव था कि पांडव सभी संकटों से मुक्त हो गए। आज उसी कड़ी में नवादा के सभी मंदिर मैं अनंत भगवान की पूजा की जा रही है महिलाएं पुरुष सभी आज अनंत सूत्र अपने हाथ के बाह में पूजा करने के बाद बंधा रहे हैं इससे सभी कष्ट दूर होता है परिवार में सुख समृद्धि होती है।
More Stories
रालोसपा के पूर्व मुखिया प्रतिनिधि के नेतृत्व में आधा दर्जन कार्यकर्ता ने भाजपा का दामन थामा।
चुनाव की तारीख घोषणा होते ही जिलाधिकारी ने की प्रेसवार्ता ।
जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी आशुतोष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में आचार-संहिता लगते ही प्रेसवार्ता