सर्दियों दातों में रक्त प्रवाह और दर्द क्यों बढ़ जाता है इसके उपाय के साथ डा राज कुमार उपाध्याय से खासबात चीत।
सर्दियों के मौसम में मांसपेशियों के दर्द के साथ साथ दांत दर्द का खतरा क्यों बढ़ जाता है इसके बचाव हेतू प्राकृतिक घरेलू उपचार के साथ साथ डॉक्टर राज कुमार उपाध्याय से खास बातचीत में रोग से बचने के उपाय ।
लखीसराय जिले के जाने माने चिकित्सक सह लखीसराय के सदर अस्पताल के सिनियर डॉक्टर राज कुमार उपाध्याय बताते है। कि सर्दियों में मांसपेशियों के दर्द के साथ दातों में दर्द का खतरा बढ़ जाता है जिससे लोगों को परेशानी का सबक बना रहता है। दरअसल इस मौसम में हम दिन भर में चाय और कॉफी समेत कई अन्य खाद पदार्थ गर्म-गर्म पीना और खाना पंसद करते हैं और फिर तुरंत ही ठंडा पानी भी पी लेते हैं। इससे दांतों में दर्द होने लगता है।
सर्दियों में दातों में संक्रमण का खतरा बहुत बढ़ जाता है इसलिए अगर उचित देखभाल न की जाए तो दांत हमेशा के लिए खराब हो सकते हैं। तापमान कम होने के कारण सामान्य पानी भी बहुत ठंडा लगता है। इसलिए हमेशा गुनगुना पानी पीना चाहिए। ज्यादा गर्म न खाएं। दिनभर में कम से कम दो बार ब्रश करें। दांतों में नर्म ब्रश का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है। चाय.कॉफी और नशीले पदार्थ दांतों के लिए बेहद नुकसानदायक हैं।
इसलिए इनका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसके अलावा दातों के दर्द से जल्द छुटकारा पाने के लिए फिटकरी के पाउडर को दर्द वाले स्थान पर लगाने से आराम मिलता है इसके अलावे बर्तमान सर्दियों के दिन में आँवला आदि फल प्रचुर मात्रा मे सेवन करना दातो के लिए लाभप्रद होता है। साथ ही यह भी बताया कि अगर दातो का दर्द बढ़ रहा रहा है मसूड़े सुज गए हैं होंठ सुखे रहते हैं और दांत अधिक संवेदनशील हो रहे हैं तो डेंटिस्ट से जल्द दिखाना चाहिए इसके अलावा स्कार्फ आदि से मुँह ठुड्डी ढ़क के रखना चाहिए ताकि ठंड ना लगे।
इसके अलावा सोडियम लौरअल सल्फेट से युक्त टूथपेस्ट से बचना चाहिए क्यूकि यह एक कैंसर पैदा करने वाला तत्व है सलाह दी जाती है की हर 6 महीने मे डेंटिस्ट से मिल कर दातो की जाँच करवाते रहना चाहिए। खास कर उन महिलाओं को जो गर्ववती है उनको ब्रंश करना अतिआवश्यक है क्यों कि गर्ववती अवस्था में ही बिमारी अगर दातो में बन जाता है तो इससे महिलाओं के गर्ववती के बाद गर्ठिया जैसे बिमारी होने का लक्ष्य दिखने लगता है जिसके कारण महिलाओं के शरीरिक जॉइंट पेन में दर्द होने लगता है और इसकी बिमारी लंबी समय तक रहती है।
- दांतों में पायरिया का लक्षण को देखने के लिए – शुरूआती तौर पर जो लक्षण पाये जाते है। उसमें सर्वप्रथम दांत में खुन आना, मुंह महंकना, इसके बाद दांत हिलने की शिकायत, मसुडा फुलना, चमरा बड़ा होना दिखाई देता है इन लोगों को शिकायत जब यह मिलता है इनको खैनी या गुटखा को नहीं खाना चाहिए इससे कैंसर होने का डर रहता है।
- दांत क्यों सड़ने लगता है इसका लक्षण कौन कौन सा है। – दांत में फांसफुट रहना, टाँफी खाने के बाद मीठापन लटकना, दॉतो में चिपकने वाला सामग्री नहीं खाना।
- दांत में दर्द होना इनके लक्षण – डंढ़ा पानी का इस्तेमाल करने के बाद करीबन एक घंटा के बाद गर्म पानी का इस्तेमाल करना चाहिए लेकिन लोग डंढ़ा पानी के बाद ही गर्म चाय या कांफी पी लेते है। यह गर्म खाना के बाद डंढ़ा पानी पी लेते है इससे भी दांतों में दर्द होने का लक्षण मिलता है। इसके अलावे नशीले पदार्थ के इस्तेमाल करने के बाद जो कंन या मसूरे में खोदर होने के कारण फंस जाते है उससे कीडे उत्पन्न होते है उससे भी दांतों में दर्द शुरू होता है।
- महिला गर्ववती के समय में अगर अपने दांतो को सुवह और शाम नहीं साफ करते है और दांतो में गंदगी बिमारी उत्पन्न होने लगते है उसे गर्ववती के समय पेट में पल रहे बच्चे पर तो असर होता है ही गर्ववती के बाद शरीर में जंकडन और जोरों में दर्द जिसको गठिया वार्ता भी कहा जाता है उसकी शिकायत हो जाता है।
- दांत में अगर दर्द रहता है तो डंढ़ा पानी का इस्तेमाल करके उन जगहों पर वहां पर फिटकिरी का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे भी आराम मिलता है।
- लोंग के तेल – दांतो में आराम तत्काल मिल जाता है जैसा बुर्जगों ने कहा है और फिलहाल इसका इस्तेमाल अन्य मरीजो को भी कराया है।
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