October 19, 2024

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लखीसराय और बांका के कुख्यात अपराधी रवि पासवान गिरफ्तार।

Ben News 24 Live

लखीसराय और बांका के कुख्यात अपराधी रवि पासवान गिरफ्तार।
लखीसराय किउल में हुए विकास कुमार नामक एक हत्या मामले में पुलिस को नया सुराग के साथ-साथ कुख्यात अपराधी रवि पासवान को गिरफ्तार किया है। रवि के गिरफ्तारी के बाद किउल में रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली है। रवि पर मुंगेर, किउल, मेदनी चैकी और लखीसराय में कुल 15 आर्म्स एक्ट के अलावे अन्य अपराधिक मामले दर्ज है। जिसे पुलिस विगत 2017 से ही तलाश कर रही थी। इसके गिरफ्तारी के बाद कई कांड केश में पुलिस को राहत मिली है। जबकि हाल में खगौर किउल निवासी चर्चित हत्या कांड विकास कुमार, चर्चित रामांकात यादव और हिमांशु कुमार अपहरण को लेकर तथा दो समुदाय के बीच काफी हिंसक झंड़प के साथ करीबन बारह घंटो से अधिक पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी थी यही नहीं इसकी को लेकर लोगों ने एनएच अस्सी को भी लगभन नौ घंटे से अधिक तक जाम कर विरोध प्रर्दशन हुआ था। इसकी गिरफ्तारी अपने ही ससुराल बेगूसराय के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के ग्राम खरहट से हुई है।


इस संबध में लखीसराय के पुलिस कप्तान पंकज कुमार ने बताया कि रवि पासवान कि गिरफ्तारी के बाद मुंगेर, लखीसराय की पुलिस को बड़ी राहत मिली है साथ ही यह भी बताया कि इस पर किउल निवासी चर्चित रामाकांत यादव, विकास कुमार और अपहरण कर हिमांशु कुमार की हत्या और इसी हत्या में गवाह बने विकास कुमार की हत्या किया था। उसके बाद ही यह फरार चल रहा था। इसकी गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित की गई जिसमें बड़हिया थाना अध्यक्ष चंदन कुमार, किउल थाना धीरेन्द्र कुमार पाठक, सूर्यगढ़ा राजीव कुमार, चानन रूबीकांत कश्यप, पिपरिया अरविन्द कुमार , किउल एस आई आयुष कुमार, डीआईयू शशि भुषण, सिपाही विभुति और ब्रजा दल प्रभारी संजय कुमार एवं सशस्त्र बल तीन दिनों तक काफी प्रयास के बाद बेगूसराय इसके ही ससुराल से गिरफ्तार किया गया है। इस पर लखीसराय में कुल तीन मामले और मुंगेर में 13 आम्र्स एक्ट मामले दर्ज है। गिरफ्तारी के बाद हत्या मे अपनी संग्लिप्ता स्वीकार करते हुए बताया कि जिस वक्त किउल निवासी रामांकत यादव की हत्या हुई थी उस वक्त हत्या के मामले में गिरफ्तार अभियुक्त आरोपी रंजीत बिन्द के साथ मोटर साईकिल चला रहा था रंजीव बिन्द ने ही रामाकांत की हत्या की उसके बाद हम बांका जिला के जेल में चोरी के जुल्म में बंद थे उस वक्त मेरा नाम केश में नही आया । अनुसंधान के बाद नाम दर्ज हुई है। इस हत्या में जितेन्द्र यादव, सुभाष यादव, राम विलास यादव,अमित कुमार, दिवाकर यादव , सचिन कुमार, राम, और राकेश कुमार को अभियुक्त बनाया गया था कुछ लोगो की गिरफ्तारी पहले हुई है और अनुसंधान जारी है ।