September 19, 2024

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मस्कुलर डिस्ट्रॉफी” नामक घातक बीमारी से पीड़ित परिजनों ने निकाला श्रद्धांजलि यात्रा

Ben News 24 Live

मस्कुलर डिस्ट्रॉफी नामक गंभीर बीमारी से पीड़ित परिजनों ने एक श्रद्धांजलि यात्रा कारगिल चौक से बुद्धा स्मारक फ़्रेजर रोड तक निकाला । श्रद्धांजलि यात्रा में बिहार के हर जिले के लोग सैकड़ों की संख्या में शामिल हुए जो हाथों में अपने मृत बच्चे का फोटो की तख्ती प्रदर्शित कर रहे थे । श्रद्धांजलि यात्रा अत्यंत ही ह्रदय विदारक था । लोगों के आंख में आंसू टपक रहे थे । इन परिजनों का कहना था कि यह एक गंभीर बीमारी है जो कम उम्र के बच्चों को होता है, जो होने के 5 साल बाद उसके परिजन को पता चलता है । इस रोग के बारे में लोगों ने बताया कि बच्चे को उनके कई अंग काम करना बंद कर देता है । न वह अपने से खा पाता है और न ही चल फिर सकता है । उन्होंने कहा कि जब से इस बीमारी के बारे में पता चला है तब से उनके परिजन काफी परेशान हैं । उन्होंने कहा कि नई परंतु अत्यंत घटक बीमारी के न तो बिहार में बल्कि पूरे भारत में इलाज नहीं है । क्योंकि अभी तक इस बीमारी का कोई दवा हमारे देश में उपलब्ध नहीं है और तो और बिहार में इसके इलाज के एक भी सेंटर नहीं है जिसके कारण देश के गिने चुने महानगरों में दौड़ लगाना पड़ता है, जहां इस रोग के चिकित्सा सेंटर उपलब्ध हैं । एक महिला परिजन ने रोते हुए कहा कि डॉक्टरों ने कहा कि कोई बच्चा इस रोग से प्रभावित होता है तो ईलाज होने के बाद भी अधिक से अधिक 15 वर्ष के उम्र तक ही जी पता है । उन्होंने आगे कहा कि कुछ सुविधाएं देश के गिने चुने महानगरों में उपलब्ध हैं, जहां जाना बिहार के लोगों के लिए संभव नहीं है । दूसरी बात पीड़ित परिवार के लोगों ने बताया कि विदेशों में इसकी दवा उपलब्ध है लेकिन वह करोड़ों में मिलता है जिसे खरीद पाना सबके बस की बात नहीं है । उनके परिजन ने कहा की पीड़ित परिवार प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री व बिहार राज्य के स्वास्थ्य मंत्री से भी कई बार मिला है लेकिन किसी ने इसका समाधान ना निकाला गया शायद ये सभी लोग इस बीमारी के बारे में सुनना ही नहीं चाहते हैं । अंत में थक हार कर श्रद्धांजलि यात्रा मिलना पड़ा । इसमें वैसे लोग शामिल थे जिनके बच्चे अब इस दुनिया में नहीं हैं । वह अपने मृत बच्चों के फोटो की तख्ती लेकर सरकार से मदद का गुहार लगा रहे थे । श्रद्धांजलि यात्रा का मुख्य उद्देश सरकार के सामने एक संदेश देना है कि जल्द से जल्द बिहार में भी इस रोग का चिकित्सा सेंटर उपलब्ध कराई जाए और मुफ्त में दवाई की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए । श्रद्धांजलि यात्रा समाप्ति के उपरांत सभी लोग बिहार के स्वास्थ्य मंत्री आदरणीय मंगल पांडे से भी मुलाकात किया और राकेश कुमार एवं संतोष कुमार के नेतृत्व में इस रोग के रोकथाम के लिए एक आवेदन प्रस्तुत किया । स्वास्थ्य मंत्री आदरणीय मंगल पांडे ने सहानुभूति पूर्वक इनकी बातों को सुना और हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया ।
समाजसेवी समाजसेवी अरविंद कुमार पंकज ने प्रधानमंत्री एवं बिहार के मुख्यमंत्री से गुहार लगाया है कि इस रोग की रोकथाम के लिए तत्काल कदम उठाया जाय नहीं तो आने वाले दिनों में न जाने कितने बच्चे इस भयंकर बीमारी के चपेट में आ जाएंगे और कई माताओं के गोद सुने हो जाएंगे ।