लखीसराय जिले से बीस किलोमीटर दुर नक्सल प्रभावित इलाके के मननपुर रेलवे स्टेशन से दो किलोमीटर दुर रामपुर गांव है जहां भगवान शिव का शिव महादेव मंदिर है जिसकी व्याख्या पुराने बुर्जगों से सुनी जाती है इनका कहना है कि आज से करीबन चालीस साल पूर्व भगवान शिव का शिवलिंग ही हुआ करता था लोगो का आस्था इस शिवलिंग से आज भी जुटी हुई है। जहां लोग श्रद्धापूर्वक पूजा अर्चना कर भव्य मंदिर का निर्माण कर दिया गया है। लोग शनिवार और गुरूवार के दिन इस मंदिर के प्रांगण में जुटते हुए है। लोग मनते मांगते है जिनकी मनते पुरी होती है वे लोग भी पहॅुचते है। आपको बता दे कि इस मंदिर का नाम शिव महादेव और पार्वती का मंदिर के नाम से लोग जानते है। यहंा पूजा अर्चना करने आए श्रदालु राहुल कुमार ने बताया कि इस मंदिर के नजदीक एक गढ़ राजाओं का हुआ करता था यहां पर गिद्धोर राजा नामक अपना शासन चलाते थे जिसका आज भी शीर्ष यहां है जो टुट गया लोग आते है। जबकि स्थानीय डाॅ वैध चचंल मिश्रा कहते है। कि इतना कोई नहीं जानता है कि यह मंदिर कब से स्थापीत है लेकिन इतना जानता हॅुू कि बाबा बेला महादेव मंदिर है जो कि पीपल वृक्ष के नीचे इनका शिवलिंग होता था। जिन लोगों को मनते पुरी हुई वे लोग मंदिर का निर्माण कर इतनी बड़ी मंदिर का निर्माण किया गया है हमारे दादा भी कहते थे एक बार काकन गांव में हैजा फेला हुआ था जहां बाबा शिवलिंग को लेकर लोग गांव गए थे जहां हैजा जैसा बिमारी दुर हो गया उसके बाद अपरूपि यह शिव इसी जगह पर वापास लौट गई । इनके काफी औलाकिंग चमत्कार हुआ है ।
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