बिहार के लखीसराय में पुलिस विभाग के द्धारा निकाली गई इनामी नक्सली श्रवण साव हुआ गिरफ्तार । पुलिस ने उसे कजरा थानाक्षेत्र के लखना गांव के पास गुप्त सूचना के आधार पर खैरमा से पकड़कर जेल भेज दिया है। आपको बता दे कि नक्सली श्रवण साव पर 50 हजार रुपए का इनाम रखा गया था। पुलिस ने श्रवण साव के बेटे विपिन साव को भी गिरफ्तार किया है।
इस संबध में नक्सल एसपी मोती लाल ने एक प्रेस रिलिज कर बताया है कि गिरफ्तार नक्सली श्रवण साव पिछले 2010 से से फरार था और उस पर पुलिस ने कुल 50 हजार रुपए का इनाम रखा था। नक्सली श्रवण साव कजरा थाना क्षेत्र के खैरा गांव का निवासी है जो कि वर्तमान में अपने और परिवार से दुर रहकर जमेशपुर मे ंरहता था । किसी कारण यह अपने गांव खैरा आया था जहां से गुप्त सूचना के आधार पर इसकी गिरफ्तारी संभव हो सका है। यह कई कांडो ंके अलावे कजरा के बुधौली बनकर पंचायत के मुखिया साधु शरण यादव की हत्या का भी आरोप था। गांव में नक्सली हमला कर दहशत फैला दिया था। इसके साथ उसने कजरा थाना के चौकीदार की उरैन गांव में हत्या कर दी थी। श्रवण साव जिले के अन्य जिलों में मिलाकर कुल 15 कांडों का आरोपी है।
पुलिस नक्सली पिता पुत्र के आपराधिक इतिहास को खंगालने के साथ ही दूसरे जिला से भी संपर्क कर रही है।
इलाज करने के दौरान ही श्रवण साव नक्सली संगठन के संपर्क में आया और धीरे धीरे इलाके में संगठन का मजबूत सिपाही बन गया। पिता श्रवण साव एवं पुत्र विपिन साव की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के साथ स्थानीय लोगों ने भी राहत की सांस ली है।
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