बिहार के लखीसराय में स्वास्थ्य विभाग के बढ़ते कार्य पर खास रिपोर्ट किन किन विभागों के माध्यम से कार्य पूरा किया गया है। एक रिपोर्ट
लखीसराय जिले के सदर अस्पताल में अब मरीजो को कोई परेशानी नहीं है बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार के युनिट फार्म हमेशा से आगे रहते हुए हर सुविधा लखीसराय के सौ शैया बाले अस्पताल में दे रखी है यहां पर मरीजो को तत्काल गैस की पुर्ति, प्रचुम मात्रा में दवाएं, टेक्नीशियन इमरजेंन्सी, महिलाओं के लिए अलग वार्ड और चिकित्सको का चेंबर, मरीजो को खाने के लिए रसोई दीदी केटिंग, और कोरोना जैसे महामारी से निपटने के लिए सारी सुविधा उपलब्ध है। अगर लखीसराय स्वास्थ्य विभाग की उपलब्धि की बात करें तो निन्म सारी सुविधा उपलब्ध है।
जैसे
- प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जिले में अबतक कुल 6 है जिसका अपना स्वंय का भवन उपलब्ध है।
- अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जिले में पूर्व से ही 12 एपीएचसी संचालित एवं 13 प्रस्तावित में 12 एपीएचसी उपलब्ध करा दिया गया है।
- स्वास्थ्य उपकेन्द्र में कुल 102 स्वास्थ्य उपकेन्द्र संचालित हो रहा है जिसमें 51 पुराना भवन है एवु 58 उपकेन्द्र उत्क्रमन का कार्य प्रगति पर है।
- प्रथम रेफरल युनिट जिले में दो प्रथम रेफरल यूनिट प्रस्तावित है जिसमें एक सदर अस्पताल में तथा दुसरा बड़हिया एसूर्यगढ़ा और चौथा हलसी में प्रखंड में रेफरल अस्पताल कार्यरत है।
- आकस्मिक चिकित्सा सेवा में 6 अस्पताल है जिसमें 1 सदर, 1 रेफरल और 4 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कार्यरत है।
- ब्लड बैंक की स्थिति सदर अस्पताल में रेड कॉंस सोसाइटी के माध्यम से अबतक मरीजो को सुविधा युनिट के हिसाब से दिया जा रहा है इसमें इंटी डोनेशन लोगों को प्राथमिक उनके परिवार को दिया गया है।
- वाह्य रोगी चिकित्सा में वर्ष 2011 और मार्च 2012 से अबतक कुल 12 लाख से अधिक मरीजो को देखा गया है। 800 जननी एवं बाल सुरक्षा योजना में अबतक वित्तीय वर्ष तक कुल 3 लाख से कम अनुमान संस्थगत प्रसव करायी जा चुकी है।
- परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत जनगणना के बाद 2011 से अबतक वित्तिय वर्ष में 9 हजार 4 सौ 35 लोगों का लक्ष्य पूरा किया गया है जिसमें 3448 लोगों को आई यू डी लगवाया गया है।
- गर्भवती माताओं का टीकाकरण अबतक 805001 लोगों को किया गया है।
- रोगी कल्याण समिति के द्वारा बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं के संचालन के लिए सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रध्प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रध्रेफरल एवं सदर अस्पताल में रोगी कल्याण समिति का गठन किया जा चुका है जो सेवाएं दे रही है।
- 24 घंटा चिकित्सकीय व्यवस्था किया गया है जिसमें टेलीफोनए जेनरेटरए साफ सफाईए खान पानए एम्बुलेंस सहित 11 चिकित्सक मौजूद है।
- सुलभ चिकित्सकीय सूचना बिहार सरकार के अनुसार उपलब्ध किया गया है जगह जगह पर होल्डिंग और पोस्टर के माध्यम से दिया जाता रहा है।
- मुफ्त दवाएं की बात करें तो राज्य स्वास्थ्य समिति के माध्यम से निर्दिष्ट दवाओं का प्रत्येक प्राथमिक उपकेन्द्रए अति प्राथमिक उपकेन्द्र स्वास्थ्य केन्द्र और रेफरल अस्पताल में आवश्यकता अनुसार दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक अबतक कुशल प्रबंधन जिला कार्यक्रम प्रबंधन ईकाई एवं प्रखण्ड कार्यक्रम ईकाई का गठन किया जा चुका है। जबकि सभी केन्द्रों पर ए एन एम का संविदा पर नियोजन किया गया है। 25 संविदा पर आधारित चिकित्सा पदाधिकारी का नियोजन हुआ है । यक्ष्मा रोगियों का जॉच कर ईलाज किया जाता रहा है जिसमें कुल अबतक 16 हजार से अधिक लोगों को सूविधा दिया गया है। कालाजार में इलाज कर खोज हेतू पर्यवेक्षक के माध्यम से किया गया है । संक्रामक रोग के पर्यवेक्षक एवं नियंत्रण हेतू आई डी एस पी का गठन किया गया है। एड्स रोगियों के ईलाज एंव जॉच हेतू जिला एड्स नियंत्रण एंव बचाव ईकाई का गठन किया गया है जो हर प्रखंड में उपलब्ध है।
More Stories